निश्चिन्तिता से बिताने के लिए संत के प्रवचन का सार समझना आवश्यक है। निश्चिन्तिता से बिताने के लिए संत के प्रवचन का सार समझना आवश्यक है।
मैं चित्रलिखित सी अवाक, वहीं खड़े रह गई.. ..ज्ञान की गंगा का चमत्कार जो देख रही थीं...अभी-अभी देखा .... मैं चित्रलिखित सी अवाक, वहीं खड़े रह गई.. ..ज्ञान की गंगा का चमत्कार जो देख रही ...
चाची जाने कुछ समझी या नहीं पर उठ के जरूर चली गईं। उन्हें समझ आया या नहीं, पता नहीं चाची जाने कुछ समझी या नहीं पर उठ के जरूर चली गईं। उन्हें समझ आया या नहीं, पता...
देवदार, चीड़ के लम्बे दरख़्तों की घनी छाँव में से सूरज की किरणें हीरे जैसी चमक रही थीं। ठंडी हवाओं मे... देवदार, चीड़ के लम्बे दरख़्तों की घनी छाँव में से सूरज की किरणें हीरे जैसी चमक रह...
दिन की पहली दुआ में भी तेरा नाम आता है वक़्त बाद में देखता हूँ मैं पहले मेरी आँखों में तेरा चेहरा आता... दिन की पहली दुआ में भी तेरा नाम आता है वक़्त बाद में देखता हूँ मैं पहले मेरी आँखो...